सिंभावली। बक्सर गांव में दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे के किनारे लगातार कूड़ा-कचरा और गोबर फेंके जाने से स्थानीय लोग बुरी तरह परेशान हैं। शिकायतों के बावजूद इस गंभीर जनसमस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। आलम यह है कि सड़क किनारे फैली गंदगी और उससे उठती दुर्गंध से न केवल राहगीर बल्कि आसपास रहने वाले लोग भी त्रस्त हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि कई लोग रोज सुबह-सवेरे अपने घरों का कूड़ा और पशुओं का गोबर चुपचाप सड़क किनारे फेंक जाते हैं। इससे जहां वातावरण प्रदूषित हो रहा है, वहीं गर्मियों और आगामी बरसात के मौसम में यह गंदगी संक्रामक बीमारियों का कारण बन सकती है।
स्थानीय निवासियों की नाराजगी
स्थानीय निवासी हरेंद्र सिंह का कहना है कि, “लोग तड़के ही सड़क किनारे कूड़ा डाल जाते हैं। बदबू इतनी ज्यादा होती है कि खिड़कियां बंद रखनी पड़ती हैं। बच्चों और बुजुर्गों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।”
वहीं जितेंद्र सिंह का आरोप है कि, “यहां तक कि कुछ सरकारी सफाईकर्मी भी गांव से इकट्ठा किया गया कूड़ा सड़क किनारे ही डाल देते हैं, जिससे हालात और बदतर हो गए हैं।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस संबंध में एडीओ पंचायत शिवम पांडेय का कहना है, “गांव में नियमित तौर पर सफाई कराई जा रही है। यदि कोई ग्रामीण या सफाईकर्मी मनमानी करते हुए सड़क किनारे कूड़ा डाल रहे हैं तो उन्हें चिह्नित कर कार्यवाही की जाएगी।”
निष्कर्ष
गांव में सफाई व्यवस्था और जागरूकता दोनों की कमी इस समस्या को बढ़ा रही है। यदि जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो यह कूड़ा सिर्फ गंदगी नहीं, बल्कि गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है।