हापुड़। भीषण गर्मी और उमस से परेशान लोगों को मंगलवार दोपहर के बाद झमाझम बारिश ने राहत दी, लेकिन कई निचले इलाकों में जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। सुबह से ही आसमान में घने काले बादल छाए हुए थे, और दोपहर तीन बजे के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई।
बारिश इतनी घनी थी कि दिन में ही वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ीं। करीब आधा घंटे तक हुई बारिश ने तापमान को तो ज्यादा नहीं गिराया, लेकिन गर्मी और उमस से राहत जरूर दिलाई।
मौसम ने ली करवट, छाई ठंडक
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे उमस से कुछ हद तक राहत मिल सकती है, हालांकि तापमान में कोई खास गिरावट नहीं आएगी।
निचले इलाकों में जलभराव ने बढ़ाई परेशानी
जहां एक ओर बारिश ने तपती दोपहर को ठंडक में बदला, वहीं दूसरी ओर शहर के कई हिस्सों में जलभराव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी।
प्रभावित क्षेत्र:
- गढ़ रोड स्थित रेलवे फाटक के पास, जहां नाले का निर्माण कार्य चल रहा है, भारी जलभराव देखा गया।
- मीनाक्षी रोड, चमरी, और बुलंदशहर रोड के मोहल्लों में भी जलभराव से लोगों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हर बार हल्की सी बारिश भी भारी समस्या में बदल जाती है।
प्रशासन से राहत की उम्मीद
निवासियों ने नगर निकाय से जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। बारिश के चलते कई दुकानों और गलियों में पानी भर गया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
निष्कर्ष
बारिश ने जहां मौसम को सुहावना बनाया, वहीं बुनियादी शहरी व्यवस्था की पोल भी खोल दी। फिलहाल, लोगों की निगाहें आगामी दिनों के मौसम और नगर प्रशासन की ओर से संभावित राहत कार्यों पर टिकी हुई हैं।