ब्रजघाट (हापुड़)। पावन आषाढ़ अमावस्या के अवसर पर बुधवार को गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। ब्रह्म मुहूर्त में शुरू हुए स्नान का क्रम सूर्यास्त तक चलता रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर पूजा-अर्चना की और गरीबों को दान-पुण्य कर धर्म लाभ अर्जित किया।
मंगलवार देर रात से ही गंगानगरी ब्रजघाट में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था, जिससे क्षेत्र में चहल-पहल और श्रद्धा का माहौल बन गया।
ब्रह्मकाल में शुरू हुआ स्नान
भद्रकाली मंदिर के पुजारी पंडित रमाशंकर तिवारी ने बताया कि स्नान का शुभारंभ सुबह 4 बजे ब्रह्मकाल में हुआ। इस दौरान दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर विधिपूर्वक दीपदान, तर्पण और पितरों का श्राद्ध कर पुण्य अर्जित किया।
प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम
नगर पालिका चेयरमैन राकेश बजरंगी ने बताया कि डूबने की घटनाओं से बचाव के लिए गंगा तट पर बैरिकेडिंग कराई गई है और गोताखोरों की तैनाती की गई है।
वहीं, सीओ वरुण मिश्रा ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस बल मुस्तैद है। गंगा घाटों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस व खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया है। हाईवे को जाम मुक्त बनाए रखने के लिए यातायात टीम लगातार निगरानी कर रही है।
धार्मिक और सांस्कृतिक उत्साह चरम पर
गंगाघाटों पर धार्मिक भजन-कीर्तन, सत्संग, और यज्ञ-हवन के आयोजन भी हुए। श्रद्धालुओं ने गंगा जल से पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि और पितरों की शांति के लिए प्रार्थना की।
यह दिन धार्मिक, सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रशासन के अनुसार शाम तक गंगाघाटों पर लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।