सुशील शर्मा, हापुड़।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हापुड़ पुलिस ने समाज को एक सशक्त और प्रेरणादायक संदेश दिया। शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को तंबाकू उत्पादों से दूर रहने की शपथ दिलाई। जनपद के सभी थानों और चौकियों पर भी यह दिवस पूरे उत्साह से मनाया गया।
एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, “तंबाकू एक धीमा जहर है, जो शरीर ही नहीं, आत्मा को भी खोकला कर देता है। एक जागरूक पुलिसकर्मी ही समाज में बदलाव ला सकता है।” उन्होंने कहा कि यह संकल्प केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि परिवार और समाज के हित में भी है।
हर थाने में गूंजा नशामुक्ति का संकल्प
सिर्फ पुलिस लाइन ही नहीं, बल्कि जनपद के सभी थाना और चौकियों में भी तंबाकू विरोधी कार्यक्रम आयोजित किए गए। संबंधित थाना प्रभारियों ने अपने-अपने अधीनस्थों को शपथ दिलाई और तंबाकू के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को बताया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस द्वारा पंपलेट वितरण, दीवार लेखन और संवाद के जरिए जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
कर्मियों में दिखा उत्साह, कई ने लिया तंबाकू छोड़ने का प्रण
पुलिसकर्मियों में इस अभियान को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। कई कर्मचारियों ने मौके पर ही तंबाकू छोड़ने का निश्चय किया। कार्यक्रम के दौरान तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों, जैसे कैंसर, हृदय रोग और फेफड़ों की समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया।
नशामुक्ति: एक दिन नहीं, जीवनभर का संकल्प
एसपी ने यह भी कहा कि तंबाकू निषेध दिवस केवल एक दिन मनाने का कार्यक्रम नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे जीवनभर की आदत और आदर्श बनाना होगा। उन्होंने कहा कि जब पुलिस बल खुद को नशामुक्त रखेगा, तभी वह समाज में प्रभावी रूप से संदेश पहुंचा सकेगा।
इस अवसर पर क्षेत्राधिकारीगण, थाना प्रभारी, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, आरक्षी एवं महिला पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
हापुड़ पुलिस की यह पहल निश्चित ही समाज को तंबाकू के खिलाफ जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।