किताबों के दामों में 20 से 25 प्रतिशत दामों की वृद्धि होने से अभिभावकों पर पड़ेगी महंगाई की मार
जनपद हापुड़ में नए शैक्षिक सत्र में अभिभावकों पर महंगाई का बोझ बढ़ेगा। स्कूलों का नया सत्र अप्रैल से शुरू होगा, लेकिन फरवरी में ही नए प्रवेश होने शुरू हो जाएंगे।
इस बार अभिभावकों पर महंगाई की मार पड़ेगी क्योंकि किताबों के दामों में प्रकाशकों ने 20 से 25 प्रतिशत दामों में वृद्धि हो गई है। दामों में वृद्धि होने का असर अभिभावकों पर अतिरिक्त पड़ेगा। अभिभावकों ने किताबों के दाम कम कराने की मांग रखी है।
पुस्तक विक्रेता-वरूण त्यागी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार किताबों के दाम में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रकाशकों द्वारा दाम बढ़ाये गए हैं। किताबों की कीमतें कागजों के दामों में वृद्धि के बाद होती हैं।
अभिभावक-पीयूष सक्सेना ने बताया कि किताबों के दाम हर साल बढ़ाये जाते हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार 20 प्रतिशत से अधिक दाम किताबों पर बढ़े हैं। जिससे अभिभावकों को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।
अभिभावक-सौरभ मित्तल ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार किताबों के दामों में वृद्धि हो रही है। जिससे अभिभावकों के घरों का बजट बिगड़ेगा। किताबों के दाम कम होने चाहिए ताकि अभिभावकों को दिक्कतें नहीं हो सकें।