हापुड़ जिले के अस्पतालों की ओपीडी में वायरल बुखार के साथ गले में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई है। गले की आवाज बैठना, मुंह और गले में छाले व दर्द की परेशानी बढ़ रही है। श्वांस नली में सूजन से सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सोमवार को सीएचसी की ओपीडी में ऐसे 250 से अधिक मरीज पहुंचे। साथ ही निजी अस्पतालों के ईएनटी विशेषज्ञों की ओपीडी में भीड़ बढ़ी है, चिकित्सक मौसम में बदलाव को इसकी वजह बता रहे हैं।
मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है, गेहूं की श्रेसिंग से वातावरण में धूल भी फैल रही है। जिसका असर स्वास्थ्य पर देखने को मिल रहा है। इन दिनों बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों में एलर्जिक समस्याएं बढ़ रही हैं। गला चौक होना, नाक बंद होने के साथ ही नजला, खांसी और बुखार भी मरीजों को परेशान कर रहे हैं।
जिला अस्पताल की ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहिनी सिंह ने बताया कि ओपीडी में मुंह में छाले निकलने और गले में दर्द होने की समस्या लिए लोग पहुंच रहे हैं। इसमें कुछ लोग होंठ सूखने और दर्द होने से परेशान हैं।
वायरल के कारण मरीजों का गला बैठने की समस्या भी आ रही है, जिस कारण कई मरीजों की आवाज तक नहीं निकल रही। हालांकि दवा और गरारे करने से उन्हें आराम मिल रहा है। बदलता मौसम बुखार के साथ गले के संक्रमण का कारण बन रहा है। ऐसे में हमे विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय का कहना है कि ओपीडी में इन दिनों करीब 90 बच्चे आ रहे हैं, जिसमें 20 से 25 के गले में दर्द, मुंह में छाले निकलने की समस्या मिल रही है। पिछले माह तक यह संख्या कम थी। बदलते मौसम में बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनको बहुत गर्म और बहुत ठंडी चीज खिलाने से बचना चाहिए।