हापुड़ – 15 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष और कार्यकर्ताओं ने तहसील चौराहे पर राहुल गांधी का पुतला फूंका था। जिसके बाद कांग्रेसी गुस्सा में आगबबूला हो गए और राहुल गांधी का पुतला फूंकने वाले भाजपा के कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा कार्यवाही करने का इंतजार किया। मगर 6 दिन बिना कार्यवाही के बीत जाने के बाद कांग्रेसियों का सब्र का बांध टूट गया और पुतला फूंकने के प्रकरण में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही की मांग करते हुए हापुड़ कोतवाली नगर प्रभारी मुनीश प्रताप सिंह को शिकायत पत्र सौंपा।
हापुड़ कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी ने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का पुतला फूंका था। जिसके बाद तुरंत उसी दिन पुलिस ने सपा के कार्यकर्ताओं पर मुकदमा पंजीकृत कर दिया था। मगर राहुल गांधी का पुतला फूंकने के प्रकरण में 6 दिन बीत चुके है। पुलिस ने पुतला फूंकने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं पर कोई कार्यवाही नहीं की है। इससे साबित होता है कि पुलिस और सरकार की मिली भगत से लोकप्रिय नेता राहुल गांधी का पुतला फूंकवाया गया है। इसी वजह से भाजपा के कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही नहीं की गई।
क्योंकि रेखा गुप्ता भाजपा की मुख्यमंत्री है इस लिए उनका पुतला फूंकने की हिमाकत करने वाले सपा कार्यकर्ताओं पर तुरंत मुकद्दमा दर्ज कर दिया गया और राहुल गांधी विपक्ष में हैं इसलिए उनका पुतला फूंकने वाले भाजपा के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने पक्षपात करते हुए कार्यवाही नहीं की।
कांग्रेस नेता अभिषेक गोयल ने आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार और पुलिस की साठगांठ से भाजपा कार्यकर्ताओं ने लोकप्रिय नेता राहुल गांधी का पुतला फूंका है, जिस समय राहुल गांधी का पुतला हापुड़ के मुख्य चौराहे तहसील पर फूंका जा रहा था, उस वक्त वीडियो में देखा जा सकता है कि भाजपा के कार्यकर्ता कितना तसल्ली के साथ पुतला फूंक कर नारेबाजी कर रहे है।
उस समय एक भी पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद नहीं था और दूसरी वीडियो दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पुतला फूंकने की जाए तो उसमें पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच पुतले को लेकर खींचतान चल रही है और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का पुतला ना फूंके ये प्रयास पुलिस कर रही है। मगर राहुल गांधी का पुतला फूंकने के समय पुलिस मौजूद नहीं होती है। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस की साठगांठ से ही पुतला फूंका गया है। जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी ने कहा कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो कांग्रेसी आंदोलन पर उतारू होंगे।