हापुड़ में खरमास समाप्त होने के बाद सहालग की शुरुआत हो गई है। बाजारों में भी रौनक दिखने लगी है। फैशन को लेकर दूल्हा और दुल्हन में अलग ही उत्साह है। दुकानों पर खरीदारों की संख्या बढ़ गई है। दूल्हा दुल्हन के लिए इस बार शेरवानी, लहंगा, मोती की माला आदि की जमकर बिक्री हो रही है। दूल्हों को शेरवानी और इंडो वेस्टर्न पसंद आ रही है। वहीं दुल्हनों के लिए रजवाड़ी लहंगे पहली पसंद बने हुए हैं।
हमारे देश में शादियां बेहद शानदार ढंग से होती हैं। जिसे और भी अच्छा बनाने के लिए लोग कोई भी कसर नहीं छोड़ते हैं। इस बार नौ जून तक विवाह के 28 मुहूर्त हैं, ऐसे में शादी वाले परिवार शादी की तैयारी की खरीदारी में जुट गए हैं। दूल्हा दुल्हन भी शादी को खास बनाने और सजने संवरने के लिए खरीदारी में जुट गए हैं।
बाजार में तमाम तरह की डिजायनर शेरवानी उपलब्ध हैं, लेकिन दूल्हों को हल्के काम वाली गोल्डन और सफेद रंग की शेरवानी पसंद आ रही है। इंडो वेस्टर्न और शरग की भी काफी मांग है। जिन्हें खरीदने के लिए बाजार में लोगों का जमकर तांता लगा हुआ है।
चंडी रोड स्थित सरदार जी दूल्हा घर के संचालक सरदार परमजीत सिंह ने बताया कि जहां दूल्हों को शेरवानी और इंडो वेस्टर्न पसंद आ रहे हैं। वहीं परिवार के लोग सिल्क के कुर्ता-पायजामा की खरीदारी कर रहे हैं। वहीं, महंगाई के दौर में शादी में सजने संवरे के लिए दूल्हे शेरवानी खरीदारी के बजाय किराए पर ले रहे हैं।
बांगा क्लॉथ के स्वामी अनिल ने बताया कि गर्मी के मौसम में हल्के वजन वाले लहंगों की मांग है। इसमें हैंडवर्क लंहगे, जयपुरी, रजवाड़ी’ लहंगों की मांग अधिक है। दुल्हन भी दूल्हे की शेरवानी के मैचिंग के लहंगे खरीद रही हैं। वहीं महिलाओं को सिल्क की साड़ी अधिक पसंद आ रही है। खरमास समाप्त होने के बाद बाजार में रौनक लौटी है, दुकानदारों को अच्छे व्यापार की उम्मीद है।