हापुड़ – जेएमएस वर्ल्ड स्कूल में मंगलवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का दूसरा दिन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सभी मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। जेएमएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के डायरेक्टर जनरल डॉ सुभाष गौतम ने श्रीलंका से आए सभी अतिथियों का पुनः स्वागत किया और उनकी संस्कृति का सम्मान करते हुए उन्हें धन्यवाद कहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार त्यागी और प्रशांत शर्मा रहे। विद्यालय के सचिव डॉ रोहन सिंघल, प्रबंधक डॉ आयुष सिंघल और प्रधानाचार्या डॉ निधि मलिक ने मुख्य अतिथियों का स्वागत माला पहनकर और स्मृति चिन्ह देकर किया। श्रीलंका के मुख्य शिक्षा अधिकारी जनक कमल गोडा, टी के गुनातिलाके और नीलांथा इकनायाके को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
श्रीलंका से आए सम्मानित शिक्षकगणों ने अपने संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। आईआईटी रुड़की से आई प्रवक्ता डॉ शुभ जैन ने विद्यार्थियों को विज्ञान से जोड़ने के नए-नए तरीके बताए और शिक्षकों को कक्षा में मजेदार गतिविधियां करवाकर विषय में रुचि लाने के लिए प्रेरित किया। दूसरी मुख्य प्रवक्ता डॉ. वसुधा वाडेकर ने बच्चों की मानसिक स्थिति समझने और बच्चों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े रहने के कुछ अति उत्तम सुझाव दिए।
श्री प्रशांत शर्मा ने बदलते समय के साथ शिक्षा में आने वाले नए बदलावों की बात की और शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे आधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षा के नए-नए तरीके खोजते रहें और उन्हें अमल करें। टी के गुनातिलाके ने श्रीलंका की शिक्षा प्रणाली और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के अंतर्गत शिक्षा पद्धति से सभी को परिचित कराया।
नीलांथा इकनायाके ने शिक्षकों के लिए डिप्लोमा और प्रशिक्षणों की जानकारी दी और बताया कि श्रीलंका की साक्षरता दर 96.3 प्रतिशत है, जो वैश्विक और क्षेत्रीय औसत से अधिक है कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया और सभी ने मिलकर श्रीलंका और भारत के पारंपरिक गीत गाए। विद्यालय के प्रबंधक निदेशक डॉ आयुष सिंघल ने श्रीलंका से आए सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और भविष्य में पुनः ऐसे सम्मेलन कराने को बढ़ावा दिया।