हापुड़ के बक्सर सहकारी समिति में डीएपी के कट्टों में घटतौली पर कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। नमूने भी लिए गए हैं। साथ ही किसान एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचेंगे। अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर यह एक बड़ा सवाल हैं।
बुलंदशहर रोड स्थित बफर गोदाम से ही जिलेभर की सहकारी समितियों को उर्वरकों की सप्लाई होती है। हुक से कट्टों को उठाया जाता है, कई बार कट्टा फटने पर 100 से 200 ग्राम उर्वरक निकल भी जाता है। लेकिन किसानों ने बताया कि सहकारी समिति पर अधिकारियों की जांच में जिन कट्टों में डीएपी कम मिला है, उन पर इस तरह हुक के निशान भी नहीं हैं। ऐसे में समिति में रखे करीब 25 फीसदी कट्टों में कैसे घटतौली हो गई।
मालगाड़ी से रैक आने के बाद से समितियों तक पहुंचाने तक की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है, उन्हें इसकी निगरानी भी करनी होती है। लेकिन कट्टों से तीन किलोग्राम तक डीएपी निकाल लिया गया और अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस प्रकरण में अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। बहरहाल, बक्सर सहकारी समिति में डीएपी के कट्टों में इस घटतौली के मामले में जिला कृषि अधिकारी ने कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है।
भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष पवन हूण ने बताया कि इस प्रकरण में सोमवार को डीएम से मिलकर, एफआईआर दर्ज कराने की मांग उठाई जाएगी। किसानों के साथ यह धोखा है।
को-ऑपरेटिव एआर प्रेमशंकर- ने बताया की डीएपी घटतौली के मामले में जांच चल रही है। पूरी रिपोर्ट तैयार करायी जा रही है। अन्य समितियों पर भी कट्टों का वजन कराया है। निष्पक्ष जांच होगी, जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।