हापुड़। गढ़ क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे चिन्हित औद्योगिक गलियारे के लिए भूमि अधिग्रहण में देरी हो रही है। गढ़ के तीन गांवों में स्थित 118.65 हेक्टेयर जमीन में से 78.81 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नहीं हुआ हैं, मात्र 39.84 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण ही हो पाया है। ऐसे में शासन ने नाराजगी जताई है। जिसके बाद किसानों से बैनामा कराने के लिए अधिकारियों ने गांवों में बैठक शुरू कर दी है। ताकि इस क्षेत्र के विकास का रास्ता साफ हो सके। औद्योगिक गलियारा बनने से क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा गढ़ में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे की भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। गांव बाहपुर ढेहरा, चचावली व बहना सदरपुर की जमीन में औद्योगिक गलियारा बन रहा है।
यहां करीब 900 किसानों की 118.65 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। करीब 250 करोड़ रुपये से भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जिनमें से शासन ने अभी तक 100 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
वहीं, अभी तक किसानों को 64.15 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया गया है। अभी तक 207 बैनामे किए जा चुके हैं। लेकिन किसानों की संख्या को देखते जमीनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया धीमी चल रही है। शासन ने इस पर नाराजगी जताई जल्द से जल्द जमीनों का अधिग्रहण करने निर्देश दिए हैं।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की औद्योगिक गलियारा बनने से क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा। विभिन्न कंपनियों के आने से अन्य रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण में गई है, वह अपनी-अपनी भूमि का बैनामा कराएं। जल्दी ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।