हापुड़ में पेट संक्रमण के साथ डायरिया से पीड़ित मरीजों में निर्जलीकरण की शिकायत आ रही है। ऐसे मरीजों के किडनी और लीवर पर सूजन बन रही है। बच्चों में कुछ भी खाते ही उल्टियां और दस्त की समस्या आ रही है। होली के बाद ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
होली के त्योहार के बाद अनियमित खानपान व मौसम में बदलाव की वजह से कुछ लोगों की सेहत खराब बुरा प्रभाव पड़ा है। ओपीडी में डायरिया से निर्जलीकरण के मरीज रोजाना बढ़ रहे है।
सीएचसी के चिकित्सक डॉ. शशांक ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ ही पेट संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। खान पान में थोड़ी लापरवाही से ही मरीज डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। मरीजों को उल्टियां लगने, दस्त, पेट में दर्द की समस्या आ रही है। जांच के दौरान ऐसे मरीजों के किडनी और लीवर में भी सूजन मिल रही है।
अनियमित खानपान और लगातार बढ़ रहे तापमान की वजह से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। मरीज को दवाओं के साथ ही खान पान में सावधानी बरते, इस मौसम में खुले में रखे खाद्य पदार्थों का सेवन कतई न करें। फ्रिज में रखा बासी खाना भी बीमार कर सकता है। ताजा भोजन ही करें। अधिक तरल लेने की सलाह दी गई है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है। अधिक उल्टी व दस्त से बच्चों में पानी की कमी आ रही है। कुछ बच्चों को भर्ती कर उपचार देने की भी आवश्यकता पड़ रही है।