जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में खादर क्षेत्र के गांवों के जंगल में होने वाले आलू का स्वाद अब बेल्जियम के लोग भी चख सकेंगे। यहां के किसानों से वहां की कंपनी एग्रीस्टों ने आलू की फसल तैयार कराई है, जो अब वहां भेजी जाने लग है। शुक्रवार को कंपनी के अधिकारियों ने क्षेत्रीय विधायक के साथ खेतों का निरीक्षण किया।
तहसील क्षेत्र में गन्ना, गेंहू, मटर के अलावा आलू बड़े स्तर पर उगाई की जाती है। यहां का आलू पिछले काफी साल तक मात्र मंडी और कोल्ड स्टोर तक ही सिमट कर रह जाता था, लेकिन अब खादर क्षेत्र के आलू का स्वाद विदेश तक पहुंच गया है।
खादर क्षेत्र के गांव रामपुर न्यामतपुर निवासी किसान कपिल यादव ने बताया कि बड़े स्तर पर खादर के जंगल में आलू की आपूर्ति हो रही है। खादर क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के किसानों ने करीब 2500 से तीन हजार एकड़ में आलू की फसल बेल्जियम देश की एग्रीस्टों कंपनी के लिए तैयार की है।
फसल तैयार होने के बाद यहां से मशीनों के माध्यम से आलू की फसल को वहां के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी के लिए तैयार की गई फसल में किसानों को काफी लाभ मिला है, क्योंकि वर्तमान में मंडी में आलू के दाम ठीक नहीं मिल पा रहे है।
कपिल यादव ने बताया कि शनिवार को कंपनी के अधिकारी फिल्प वालवेश ने अपनी टीम के साथ क्षेत्रीय विधायक हरेंद्र तेवतिया के साथ मिलकर खेतों का निरीक्षण कर फसल को देखा। इस दौरान विधायक ने कहा कि क्षेत्र के आलू का स्वाद विदेश के लोग चखेंगे तो क्षेत्र का नाम रोशन होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को इसके लिए अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए।