हापुड़ /गढ़मुक्तेश्वर। आरोपियों ने सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेज से किसानों की जमीन अपने नाम करा ली और बेच दी। इस संबंध में उन्होंने गढ़ कोतवाली, सीओ और एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। जिस कारण उन्हें न्यायालय में वाद दायर करना पड़ा।
सिंभावली क्षेत्र के गांव बक्सर निवासी नैपाल सिंह ने बताया कि उनके दादा हरिराम सिंह ने मई 1989 में उनके और उनके भाई हरपाल के नाम अपनी सभी चल-अचल संपत्ति की लिखित वसीयत कर दी थी। उस समय वह दोनों भाई नाबालिग थे। दादा की मृत्यु के बाद गांव के ही प्रेम सिंह और मुरारी ने मिलकर राजस्व अधिकारियों से सांठगांठ कर उनके हिस्से की जमीन अपने नाम दर्ज करा ली और बेच दी।
पीड़ित का कहना है कि चार सितंबर 2024 को वह और उनका भाई खेतों पर काम कर रहे थे। इसी दौरान मुरारी, प्रेम सिंह, नासिर हुसैन, कुंवरपाल, नासिर, संतोष, कमल, संजीत यादव, विजयपाल वहां पहुंचे। आरोपियों ने जमीन को अपना बताते हुए खेतों से जाने के लिए कहा। विरोध करने पर अभद्रता करते हुए गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। हंगामा होने पर आसपास के खेतों पर पहुंचे किसानों ने वहां पहुंचकर उन्हें बचाया। जिसके बाद आरोपी धमकी देते हुए भाग गए।
सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार कराना व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।