हापुड़ में गर्मियों से पहले निर्बाध सप्लाई की तैयारियां पूरी की जाएंगी। गर्मियों में बिजली संकट दूर करने के लिए जिले के तीनों डिवीजन के 40 मोहल्लों में विभिन्न क्षमता के 90 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। साथ ही 900 से अधिक संयोजनाओं में तेल की पूर्ति होगी। जर्जर तारों की बदली शुरू हो गई है। अर्थिंग, लोड बैलेंसिंग, ओवर लोडिंग की भी जांच होगी। छह बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि को भी पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
गर्मी के मौसम में उपभोक्ताओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए ऊर्जा निगम ने अनुरक्षण (मरम्मत) अभियान चलाया है। जिससे उपभोक्ताओं को निर्बाध सप्लाई मिल सकेगी। इस अभियान में ऐसे ट्रांसफार्मर चिन्हित कर दुरुस्त किए जा रहे हैं, जिनमें तेल लीकेज की समस्या है। क्योंकि अधिकांश ट्रांसफार्मर तेल की कमी के कारण ही फुंकते हैं। बिजलीघरों पर लगे पांच एमवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर की निगरानी के लिए विशेष दल गठित किया है।
गर्मियों में निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए बिजनेस प्लान में 40 से अधिक मोहल्ले चिन्हित हुए हैं, जहां लॉ वोल्टेज और ओवरलोडिंग की समस्या है। इन मोहल्लों में 63 और 100 केवीए के 90 ट्रांसफार्मर लगाए जाने की मंजूरी मिल गई है। वहीं, अनुरक्षण अभियान के दौरान ट्रांसफार्मरों, पावर ट्रांसफार्मरों की प्री-वेंटिव मरम्मत होगी, जिसमें अर्थिंग, लोड बैलेसिंग, ओवरलोडिंग आदि की जांच कर तभी मरम्मत कराई जा रही है।
विधा द्वारा स्वीच यार्ड के 19 प्रकार के विभाग द्वारा स्वीच यार्ड के 19 प्रकार के कार्य मरम्मत कार्यों में शामिल किए गए हैं। इसमें ट्रांसफार्मरों में तेल की जांच कर इन्हें बदलना भी शामिल है। बिना तेल के ट्रांसफार्मरों के फुंकने के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं।
इसके अलावा फ्यूल्स लगाना, जर्जर जंफरों को बदलना, ढीले तारों को कसवाना, तारों की लंबी दूरी को कम करना, पेड़ों की टहनियों की कटाई छटाई के कार्य, एलटी लाइन की जांच व बदलवाना, मीटरिंग यूनिट आदि का निरीक्षण कर सुधार शुरू कराए हैं।
अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल- ने बताया की जिले में नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, इसकी अनुमति मिल गई है। गर्मियों से पहले तैयारियां पूरी की जाएंगी। उपभोक्ताओं को निर्बाध सप्लाई मिल सकेगी।