जनपद हापुड़ के पिलखुवा नगर पालिका में एक लिपिक द्वारा पानी कनेक्शन के लिए काटी गई रसीदों की 53 हजार रुपए की राशि का गबन करने का मामला सामने आया है। जब लोग कनेक्शन के लिए रसीद लेकर कर निर्धारण अधिकारी के पास पहुंचे तो पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ। मामले में बीती 14 फरवरी को ईओ ने नोटिस जारी किया। जिसके बाद निलंबित लिपिक ने धनराशि जमा करा दी है। इस प्रकार के मामले में लिपिक पहले से ही निलंबित भी चल रहा है।
पिलखुवा नगर पालिका से निलंबित एक लिपिक के कारनामे अभी भी सामने आ रहे हैं। पानी कनेक्शन के लिए काटी रसीदों की 53 हजार की धनराशि को सरकारी कोष में जमा न करके लिपिक अपने पास एक साल तक दबाए रहा। एक कनेक्शन धारक पहले कर निर्धारण अधिकारी के पास रसीद लेकर पहुंचे। कनेक्शन के लिए मांग करने पर कर्मचारियों ने आश्वासन देकर टरका दिया। इसके बाद व्यक्ति ने शिकायत की, जिसमें उन्होंने बताया कि लिपिक जितेंद्र कुमार से एक हजार रुपये की रसीद फरवरी 2024 में कटवाई थी, लेकिन एक वर्ष बाद भी धनराशि जमा नहीं की गई है। जबकि, उन्हें बार-बार नगर पालिका के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
यहां तक कि किसी ने सही जवाब तक नहीं दिया है। मामले में शिकायत के बाद जांच हुई, जिसमें सामने आया कि लिपिक ने राजस्व संग्रह के लिए किताब संख्या 589 की रसीद संख्या 31 से 83 तक जो फरवरी 2024 में रसीद काटी, उसके 53 हजार रुपए जमा नहीं किए हैं। इस पर ईओ ने नोटिस देकर रसीदों के रुपये बैंक में जमा करने के निर्देश दिए गए है।
नगर पालिका पिलखुवा अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह- ने बताया की धनराशि को नगर पालिका कोष में जमा न करने के मामले में लिपिक को पहले ही निलंबित कर चुके हैं। अभी मामले में जांच चल रही है। समिति की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।