हापुड़ में शहर की यातायात व्यवस्था को चमकाने के लिए मेरठ तिराहा, तहसील चौराहे पर लगी ट्रैफिक सिग्नल लाइटें सालों से खराब पड़ी हैं। पुलिस कर्मियों के हाथ के इशारे पर ही वाहन दौड़ रहे हैं। राँग साइड दौड़ते वाहनों पर कोई शिकंजा नहीं कसा जा रहा। जबकि शहर में चुनिंदा स्थानों पर पुलिस कर्मियों का जमावड़ा जरूर लगा रहता है।
शहर में बढ़ते ट्रैफिक के बोझ और यातायात प्रबंधन में ढिलाई से प्रशासन ने शहर में कई प्वाइंटों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइटें तो लगवाई पर उनका परिणाम मूलक कार्य नहीं दिखा। चौराहे और तिराहे पर यातायात नियंत्रण कार्य पुलिस के हाथ के इशारे पर चल रहा है। कई जगह पर लगे ट्रैफिक सिग्नल लाइटें बंद हैं। गलत दिशा में वाहन दौड़ते रहते हैं।
हापुड़ शहर से होकर वाहन दिल्ली, बुलंदशहर, मुरादाबाद, मेरठ मार्ग पर फर्राटा भरते हैं। मेरठ तिराहा और तहसील चौराहे के बीच का अंतर कम होने के कारण हर समय जाम की समस्या बनी रहती है। सालों पहले वाहनों के संचालक को व्यवस्थित करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल लाइटें लगायी गई थी, कैमरे भी लगे थे। ताकि नियम तोडने वालों के चालान हो सकें। लेकिन अब अधिकारियों की अनदेखी से लाइटें शोपीस बनी हुई हैं।
सीओ ट्रैफिक स्तुति सिंह- ने बताया की टैफिक सिग्नल लाइटें काफी समय पहले से खराब है। इस संबंध में हर महीने पत्राचार किया जाता है। यातायात व्यवस्था सुचारू रहे, इसका हर संभव प्रयास किया जाता है।