हापुड़ में ऊर्जा निगम की योजनाओं में लक्ष्य पूरा करने के लिए तत्कालीन अधिकारी और निजी कंपनी ने उपभोक्ताओं को गुमराह कर कनेक्शन बांट दिए। एक परिसर पर दो-दो कनेक्शन भी दिए। लेकिन इनमें से 5139 उपभोक्ताओं ने भुगतान नहीं किया है। इन बकायेदारों पर ऊर्जा निगम का 17 करोड़ रुपया बकाया है। इन उपभोक्ताओं को कनेक्शन लेने के बाद से बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार की गई है।
दरअसल, हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए सौभाग्य योजना लागू की गई थी। लेकिन उस दौरान काफी गड़बड़ी कई गई, जिसका खामियाजा अब भुगतना पड़ रहा है। 16 दिसंबर को जिले में ओटीएस लागू की गई थी। उस समय तीनों डिवीजन में नेवर पेड (ऐसे उपभोक्ता जिन्होंने कनेक्शन के बाद एक बार भी बिल जमा नहीं किया) उपभोक्ताओं की संख्या 5835 थी। इन उपभोक्ताओं को कभी बिल जमा न करने वालों की सूची में शामिल किया गया है।
गढ़ डिवीजन में सर्वाधिक 2843 उपभोक्ता इस श्रेणी में आते हैं। इसके बाद पिलखुवा में सबसे अधिक नेवर पेड उपभोक्ता हैं। ओटीएस में अभी तक सिर्फ 696 उपभोक्ताओं ने ही पंजीकरण कराया है, जिसने निगम को कुल 91 लाख रुपये का ही राजस्व मिल सका है। जबकि देनदारी 17 करोड़ से अधिक है। तीनों डिवीजन के एसडीओ और अवर अभियंताओं को सूची सौंपी गई है।
अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल- ने बताया की कनेक्शन लेने के बाद से बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार की गई है। इनसे राजस्व वसूली हो रही है, ओटीएस में पंजीकरण के बाद ऐसे उपभोक्ताओं को सरचार्ज में माफी मिल रही है। बिल जमा नहीं करने वालों पर अब कार्यवाही होगी।