हापुड़ के बाजारों में आना-जाना कोई आसान नहीं रह गया है। लोगों को सड़क पर जगह-जगह जाम की समस्या झेलनी पड़ रही है। बाजार की सड़कों पर अवैध पार्किंग और दुकानों के आगे अतिक्रमण ने चौड़ी सड़कों को संकरा बना दिया है। 40 फीट की सड़कें 20 फीट और 30 फीट की सड़कें 15 फीट की रह गई हैं।
हापुड़ की सड़को पर बाजारों में अतिक्रमण ने इस तरह पैर फैला रखे है कि भीड़ में इंसान पैदल भी ना निकल पाए। जिसकी वजह है नगरपालिका के रुख का लचीलापन, हापुड़ के मुख्य बाजारों में तो कम से कम नगरपालिका अतिक्रमण हटाने के लिए कदम बढ़ाए। क्योंकि सड़को और चौराहों को जाम मुक्त करने और अवैध पार्किंग को हटाने लिए हापुड़ टीआई उपदेश कुमार पूरा प्रयास कर रहे है। टीआई उपदेश कुमार रोजाना सड़को पर खड़े ठेलो और अस्थाई खोमचो को पीछे साइड में कराते हैं। सड़कों पर अवैध पार्किंग बनाए हुए वाहनों पर चालानी कार्यवाही करते है। जैसी कार्यवाही टीआई उपदेश कुमार रोजाना कर रहे है ऐसी कार्यवाही अगर नगरपालिका रोजाना करे तो शहर अतिक्रमण मुक्त हो जाए।
सड़कों पर पहले तो दुकानदारों का अतिक्रमण और फिर अवैध पार्किंग का कब्जा राहगीरों को परेशान कर रहा है। लेकिन नगर पालिका परिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। न तो बाजार में अवैध अतिक्रमण पर कोई कार्यवाही की जा रही है और न पार्किंग पर अवैध रूप से रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को रोका जा रहा है।
नगर पालिका परिषद की लापरवाही के कारण ट्रैफिक पुलिस के जाम से निपटने के पुरजोर प्रयास भी आधे-अधूरे साबित हो रहे हैं। लोगों के सामने पार्किंग की असुविधा को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस भी हर किसी पर कार्यवाही करने में खुद को असहज महसूस कर रही है। क्योंकि लोगों से अधिक नगर पालिका परिषद की लापरवाही जाम की समस्या पैदा कर रही है।
गोल मार्किट बाजार में लोगों की सबसे ज्यादा भीड़ आती है। लेकिन इस सड़क पर अतिक्रमण ने भी खूब पांव पसारे हुए हैं। नगर पालिका की तरफ से त्योहारों के समय भी सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जाता। गोल मार्किट में भीड़ के अंदर से ई रिक्शा, थ्री व्हीलर व फोर व्हीलर जैसे वाहन भी गुजर रहे हैं।