जनपद हापुड़ में सर्दी में गठिया और जोड़ों के दर्द के बढ़ रहे मरीज है। बुधवार को सरकारी अस्पतालों में हड्डी रोग विभाग में करीब 55 ऐसे मरीज उपचार कराने के लिए आए। जिनमें अधिकतर बुजुर्ग थे। वहीं, सरकारी अस्पतालों में गठिया से बचाव की दवा नहीं मिल रही है, जिससे मरीज परेशान हैं।
सर्दी ने मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। तापमान गिरते ही जोड़ अकड़ने लगे हैं और हड्डियों में दर्द शुरू होने लगा है। इससे चलने फिरने में दिक्कत के साथ ही कमर दर्द, जोड़ों के दर्द परेशान कर रहा है। अस्पतालों में गठिया और जोड़ों के दर्द से बुजुर्ग मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सर्दी के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। डॉक्टरों की ओर से उन्हें विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. दिनेश चंद ने बताया कि ठंड में गठिया के मरीजों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। रात में अधिक ठंड के साथ तेज हवा चलने से हड्डी संबंधी रोगों में इजाफा हो जाता है। ऐसे में दर्द के कारण बुजुर्ग मरीज चलने-फिरने में असमर्थ हो रहे हैं। गठिया का रोग उन लोगों को जल्दी हो जाता है, जिनके आहार में प्रोटीन और कैल्शियम कम होता है।
गठिया रोग के बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी शिकार हो रहे हैं। सीएचसी की ओपीडी में रोजाना 10 फीसदी मरीज गठिया की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। गठिया का सबसे अधिक प्रभाव घुटनों और कूल्हे की हड्डियों पर पड़ता है। इससे बदन में दर्द और अकड़न महसूस होती है। कभी-कभी उनके हाथों, कंधों, घुटनों में सूजन और दर्द रहता है।
जिस प्रकार से अस्पतालों में गठिया बाय के मरीजों में इजाफा हुआ है। उस स्थिति से अस्पतालों में इस बीमारी की दवाई का टोटा है। जिले में हड्डी रोग विशेषज्ञों का भी टोटा है। जिले में केवल एक ही विशेषज्ञ तैनात है।
सीएमओ डा. दिनेश त्यागी का कहना है कि इस प्रकार के मरीजों के लिए सभी अस्पतालों में दवाईयां मुहैया कराई जाएंगी। मरीजों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।