हापुड़ जिले की सड़कों पर बिना फिटनेस प्रमाण-पत्र के 6,895 वाहन दौड़ रहे हैं। इन वाहनों में 1212 ई-रिक्शा और 4,748 ऑटो शामिल हैं। इसके बाद भी परिवहन विभाग कार्यवाही नहीं कर रहा हैं। यहां तक कि इनमें 4,800 वाहनों पर विभाग का करीब 17 करोड़ रुपये टैक्स भी बकाया है।
जिले की सड़कों पर 4,748 ऑटो बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रहे हैं। बिना फिटनेस के ऑटो का सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है। इन ऑटो से दुर्घटना होने और लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।
शहर की सड़कों पर जाम का बड़ा कारण ई-रिक्शा और श्रीव्हीलर हैं। दोनों प्रकार के वाहन लोकल रूट के साथ हाईवे पर भी दौड़ रहे हैं। जिन वाहनों के पास फिटनेस प्रमाण-पत्र नहीं है, उसमें सबसे ज्यादा ई-रिक्शा और थ्रीव्हीलर शामिल हैं। हर दिन हजारों लोग वाहनों में सफर करते हैं। ऐसे में इन लोगों की जान पर खतरा बना हुआ है। इसके बाद भी परिवहन विभाग के अधिकारी बेखबर हैं।
इन वाहनों के पास न तो सवारियां ढोने के लिए वैध परमिट है और न ही फिटेनस प्रमाण-पत्र है। बसों की आड़ में भी लोकल रूटों पर इन वाहनों का संचालन हो रहा है। जबकि, इनके पास मात्र टूरिस्ट के लिए ही परमिट है।
एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे- ने बताया की बिना फिटनेस प्रमाण-पत्र के जिन वाहनों का संचालन हो रहा है। उनके विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर रहे हैं। कई वाहन सीज भी जांच कर किए गए हैं। विभाग का अभियान जिले में लगातार जारी है।