हापुड़ के गढ़ रोड सीएचसी में चिकित्सकों की मनमानी से ओपीडी सेवाएं बाधित हो रही हैं। मंगलवार को बड़ी लापरवाही दिखी। जनरल ओपीडी से दो चिकित्सक गैरहाजिर मिले। केवल एक ओपीडी चली, उपचार न मिलने से मरीज लाचार दिखे। इस दौरान बुजुर्ग मरीजों को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ा।
सरकारी अस्पतालों में हापुड़ सीएचसी की ओपीडी सबसे अधिक है। कुछ महीने पहले तक अस्पताल में विशेषज्ञ, फिजिशियन और एमबीबीएस चिकित्सकों की अच्छी व्यवस्था थी। लेकिन अब यह व्यवस्था चरमराने लगी है, कई चिकित्सकों का तबादला हो गया है, जो बचे हैं वह ओपीडी कक्ष में नहीं बैठ रहे हैं।
मंगलवार को सुबह से ओपीडी खुलते ही मरीजों की लंबी लाइनें पर्चा काउंटर के बाहर लगनी शुरू हो गईं। सीएचसी की जनरल ओपीडी कक्ष में सिर्फ एक चिकित्सक के सामने मरीजों की भीड़ लगी थी। अपनी बारी के इंतजार में मरीज धक्कामुक्की कर रहे थे। लेकिन अन्य चिकित्सकों की उपस्थिति तो दूर, अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी भी निरीक्षण तक करने नहीं पहुंचे। तमाम मरीज चिकित्सक के आने का इंतजार करते रहे। केवल एक ओपीडी चलने के कारण मरीज मायूस दिखे।
मंगलवार को कड़ाके की सर्दी में चिकित्सकों की लापरवाही से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि सीएचसी में हड्डी रोग, नेत्र रोग, चर्म रोग, ईएनटी विशेषज्ञ चिकित्सक अब नहीं हैं। सिर्फ एमबीबीएस चिकित्सक ही उपलब्ध हैं। हालांकि बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की भरमार है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की मरीजों के उपचार में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। अधीक्षकों को निरीक्षण कर, व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं।