जनपद हापुड़ के पिलखुवा में कार की टक्कर और इसके बाद भागने की कोशिश में करीब डेढ़ किलोमीटर तक दो युवकों की घसीटने से हुई मौत की घटना के बाद आरोपी जेल जा चुके हैं, लेकिन इस घटना के लिए जिम्मेदार कुछ विभागों की लापरवाही भी है। पिलखुवा निवासी महिला अधिवक्ता शिल्पी गुप्ता ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर इसकी शिकायत की थी लेकिन शिकायत पर संबंधित विभागों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया।
16 दिसंबर को की गई शिकायत में अधिवक्ता शिल्पी गुप्ता ने कहा था कि पिलखुवा शहर में निजी वाहनों को अवैध रूप से टैक्सी के रूप में उपयोग में लाया जा रहा है। ये न केवल मनमाने ढंग से किराया वसूल रहे हैं, बल्कि इनके द्वारा सुरक्षा मानकों का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। इनके द्वारा सड़कों और घरों के नजदीक वाहनों को पार्क करके जाम लगा दिया जाता है।
इनके वाहनों में प्रदूषण संबंधी मानक भी पूरे नहीं हैं। उन्होंने अनाधिकृत रूप से चलाए जा रहे इन वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी, लेकिन शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। जिसके बाद 26 दिसंबर को यह हादसा हो गया। लेकिन अब किसी भी स्थिति में इनकी नियम विरुद्ध संचालन नहीं होने दिया जाएगा।
एआरटीओ रमेश चौबे- ने बताया की ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। किसी भी स्थिति में इनकी नियम विरुद्ध संचालन नहीं होने दिया जाएगा।