हापुड़ शहर में नए साल के जश्न (New Year 2025 Celebration) की तैयारियां चल रही हैं। इस बीच हापुड़ पुलिस (Hapur Police) भी रेस्टोरेंट और होटल समेत हर जगह कड़ी नजर रखेगी, ताकि कोई खलल ना हो सके। धूमधाम से नए साल का स्वागत होगा। जिले में 800 पुलिसकर्मी कड़ी नजर रखेंगे।
आज साल का आखिरी दिन है, रात 12 बजते ही नए साल की शुरूआत हो जाएगी। इसके लिए युवाओं ने पूरी तैयारी कर ली है। सभी होटल और रेस्तरां की बुकिंग फुल हो चुकी है, लेकिन जश्न पर पुलिस का पहरा रहेगा। जिले में सभी थाना क्षेत्रों में करीब 800 पुलिसकर्मी इसी मकसद से तैनात रहेंगे। शहर में पुलिस की ओर से जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनका कंट्रोल रूम जिले में स्थापित है। कंट्रोल रूम में अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। जो चप्पे-चप्पे पर अपनी निगाह रखेंगे।
शहर की सभी मुख्य सड़कों पर दिन ढलते ही चेकिंग शुरू कर दी जाएगी। ऐसे में युवाओं को जश्न में एहतियात बरतनी होगी। शराब पीकर वाहन चलाने और सड़क पर हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। वर्ष 2025 का रंगारंग आगाज में मात्र एक दिन शेष है।
नववर्ष का स्वागत करने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। हर कोई नववर्ष की पूर्वसंध्या को यादगार बनाने की योजना बना रहा है। परिवार और युवाओं के लिए खास पैकेज तैयार किए गए हैं। रेलवे रोड पर अधिकतर की बुकिंग फुल हो चुकी है। इसके अलावा युवाओं ने अपने अपने स्तर से पार्टी मनाने के लिए लाइसेंस भी लिए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के रहेंगे कड़े प्रबंध :
नए साल के जश्न में किसी प्रकार की बाधा न आए इसके लिए पुलिस ने भी खास प्लानिंग की है। हुड़दंगियों पर कड़ी नजर रखने के लिए पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात रहेंगे। शहर की सड़कों पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। रात दस बजे के बाद डीजे बजाय जाने पर पाबंदी होगी। गली-मोहल्लों में पुलिस की लैपर्ड और गरुड़ वाहिनी घूमकर जांच करेंगी। नियमों को तोड़ने वालों पर नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित कर दिया गया है। बार्डर पर पिकेट लगाकर संदिग्ध लोगों और वाहनों की जांच की जाएगी। इस दौरान यदि कोई चालक शराब के नशे में वाहन चलाता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। संदिग्ध लोगों को जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह सिलसिला नववर्ष तक लागू रहेगा। इसके अलावा शांति व्यवस्था को भंग करने वाले लोगों पर भी सख्ती की जाएगी।