हापुड़ में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री तक पहुंच गया है। रात में गलन महसूस हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में और गिरेगा तापमान, बढ़ेगा कोहरा व चलेंगी सर्द हवाएं। हालांकि दिन में धूप निकलने से थोड़ी राहत मिलती है, लेकिन रात में कड़ाके की ठंड सता रही है। ठंड बढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। सोमवार को शहर का एक्यूआई 195 तक पहुंच गया। जिले में ग्रैप का तीसरा चरण लागू हो गया है।
लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिला है। न्यूनतम तापमान में गिरावट और पहाड़ों में बर्फबारी से यहां ठंड बढ़ गई है। सर्द हवाएं चलने लगी है और दिन के समय भी ठंड का एहसास हो रहा है। दिन में तेज धूप है और अधिकतम तापमान करीब 21 डिग्री के आसपास चल रहा है। लेकिन रात के समय पारा सितम ढा रहा है। इससे सूरज छिपते ही गलन शुरू हो जाती है। लोग जल्दी ही घरों में दुबक जाते हैं। जो लोग मजदूरी के लिए घरों के बाहर हैं उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शाम होते ही सड़कें सुनसान हो जाती हैं।
निराश्रितों के लिए नगर पालिका ने भले ही रैन बसेरे बनाएं हो, लेकिन अभी भी बहुत से निराश्रित खुले में रात गुजार रहे हैं। ऐसे लोगों के साथ कोई अनहोनी भी हो सकती है। प्रशासन लगातार लोगों को रैन बसेरों में जाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। लेकिन कुछ ही लोग रैन बसेरों में जा रहे हैं। बाकी निराश्रित बाहर ही सोने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। दरअसल, इनमें अधिकतर लोग भीख मांगकर अपना जीवन यापन करने वाले हैं।
ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। कुछ दिनों से सौ से नीचे चल रहा एक्यूआई 200 के पास पहुंच चुका है। दो दिन पहले एक्यूआई तेज हवा के कारण 70 पर था। हवा की रफ्तार कम हुई तो एक्यूआई बढ़कर 195 तक पहुंच गया। आने वाले दिनों में इसके और अधिक बढ़ने की संभावना है। ऐसे में लोगों को इसे और झेलना पड़ेगा। हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एक बार फिर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में ग्रैप का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। जिसके बाद कुछ पाबंदियां शुरू हो जाएंगी।