हापुड़ के सरकारी और निजी अस्पतालों में आंखों में एलर्जी के मरीज बढ़ गए है, इनमे बच्चों की संख्या अधिक है। प्रदूषण के हानिकारक कण आंखों को प्रभावित कर रहे हैं। आंखों में सूखापन, जलन और एलर्जी की शिकायत वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
वातावरण में प्रदूषण के कण बढ़ने से आंखों में जलन, एजर्ली की समस्या बढ़ गई है। प्रदूषण के कण आंखों के संवेदनशील हिस्सों को प्रभावित कर संक्रमण का खतरा बढ़ा देते हैं। सबसे अधिक बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की भरमार है। इसके साथ ही त्वचा और ईएनटी के रोगियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल आनंद ने बताया कि प्रदूषण के हानिकारक कण आंखों को प्रभावित कर रहे हैं। संक्रमण होने के बाद आंखों में खुजली की समस्या होती है। धीरे-धीरे चुभन और फिर पूरी लाल हो जाती है। इसमें कई बार सोकर उठने के बाद नेत्र आसानी से नहीं खुलते हैं।