हापुड़। प्रदेश सरकार ने जिले में 2929 वृद्धों को पेंशन की स्वीकृति दी है, जबकि 1271 ऐसे पात्र हैं जिन्होंने अपने मूल दस्तावेज की प्रति जमा नहीं कराई है। जिसके कारण इनकी पेंशन अटक गई है।
बुढ़ापे में आर्थिक तौर पर किसी के ऊपर निर्भर नहीं होना पड़े, इसी मकसद से इस योजना की शुरुआत की गई है। जिला समाज कल्याण विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में 11282 वृद्धों को हर माह पेंशन दी जा रही है। इन्हें पेंशन के रूप में एक हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाता है। इस वित्तीय वर्ष के लिए मार्च से जून माह तक नए करीब 4200 ऑनलाइन आवेदन आए थे। इनमें से करीब 1271 वृद्ध ऐसे हैं, जिन्होंने दस्तावेज की मूल प्रति जमा नहीं की है। अब आवेदनकर्ताओं से दस्तावेज मंगाने के लिए ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, सचिव आदि को जिम्मेदारी दी गई है। जिससे कि इन वृद्धों को भी योजना का लाभ मिल सके। दस्तावेज जमा होने के बाद इनकी जांच होगी। जिसके बाद ही पेंशन दी जाएगी।
आधार कार्ड का सत्यापन समय से न होने से भी पेंशन के कई मामलों में समस्या व्याप्त हो रही है। बुजुर्गों के अंगूठे और अंगुलियों के निशान का आधार कार्ड से सत्यापन नहीं हो रहा है। ऐसे में इनके सत्यापन में देरी हो रही है। जिस कारण भी पेंशन के मामले अटक रहे हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी शिवकुमार- ने बताया की इस बार करीब 4200 नए आवेदन आए थे, इसमें से 2929 को स्वीकृति मिल गई है। 1271 आवेदनकर्ताओं ने दस्तावेजों की मूल प्रति जमा नहीं कराई है। दस्तावेज जमा होने के बाद इनकी जांच होगी और इसके बाद ही पेंशन दी जाएगी।