हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के जरौठी रोड स्थित स्क्रैप फैक्टरी में हुई 20 लाख रुपये के तांबे की डकैती का पुलिस ने सात घंटे में खुलासा कर दिया। मास्टरमाइंड समेत नौ आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने शत प्रतिशत माल के साथ-साथ दो ई- रिक्शा, 28 हजार रुपये की नगदी, तीन मोबाइल की बरामदगी का दावा किया है। फैक्टरी के कर्मचारी ने ही साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था। सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को सुराग मिला।
एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड प्रभाकर निवासी मोहल्ला जसरुपनगर आठ माह पहले बराबर वाली फैक्टरी में काम कर चुका है। पिछले एक सप्ताह से प्रभाकर इसी फैक्टरी में काम कर रहा था। आरोपी ने अभिषेक निवासी आदर्शनगर कॉलोनी दस्तोई रोड से मिलकर तीन, दिन फैक्टरी की रेकी की थी।
इसके बाद दोनों आरोपियों ने आरोपी अमित निवासी आदर्शनगर कॉलोनी दस्तोई रोड के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। अमित ने मनीष निवासी गांव पूरनपुर जिला अमरोहा को अपने साथ मिला लिया। आरोपी मनीष ने अमित के कहने पर छुट्टन निवासी गांव चकफेरी जिला मुरादाबाद व लोकेश निवासी गांव मऊ जिला अमरोहा को भी बुलवा लिया।
शुक्रवार की देर रात आरोपियों ने चौकीदार राजेश की पिटाई कर उसे बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया और हिमांशु कुमार व उसके एक हमनामी एक अन्य युवक हिमांशु निवासी मोहल्ला जसरूपनगर के ई-रिक्शा के माध्यम से स्क्रैप फैक्टरी से लादकर भिजवाया। इसके लिए दोनों ई-रिक्शा पांच हजार रुपये में तय किए गए थे। इसके बाद आरोपियों ने कबाड़ी मनोज त्यागी निवासी गांव दादरी को 550 रुपये प्रति किलो के हिसाब से आधा स्क्रैप बेच दिया। आरोपी मनोज की असौड़ा पैठ पर कबाड़ी की दुकान है।
एसपी ने बताया कि गठित टीमों ने फैक्ट्री व उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में फैक्ट्री मालिक ने उसके यहां छह दिन पहले नौकरी पर लगे प्रभाकर को पहचान लिया। इसके बाद पुलिस ने प्रभाकर को काल किया तो उसने बताया कि वह बुलंदशहर में मौजूद है। जबकि उसके मोबाइल की लोकेश के आधार पर वह हापुड़ में मौजूद था। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।