पालतू पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए ओढ़ाए कंबल, डाइट में गुड़ और खल की बढ़ाई मात्रा
जनपद हापुड़ में कोहरे के बीच शीतलहर से इंसानों के साथ साथ पुश पक्षियों का जीवन भी अस्त व्यस्त है। ठंड का असर गोशालाओं में भी देखने को मिल रहा है।
पालतू पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए जहां गर्म कपड़े ओढ़ाए जा रहे हैं, वहीं गोशाला में गोवशों को सर्दी से बचाने के लिए जमीन पर भूसे तथा गन्ने की पत्ती बिछाई गई है।
जनपद में 36 गोशालाएं हैं। जनपद में 3564 गोवंश पकड़े गए गए हैं। इनमें एक हजार गोवंशों को किसानों को दे दिया गया हैं, जबकि 2564 गोवंश इन गोशालाओं में रखे गए हैं। विकास भवन के सामने गोशाला में गोवंशों को रात होते ही कंबल तथा बोरे की टाट ओढा दी जा रही है।
इसके अलावा किसानों ने पालतू गोवंश तथा भैंस और भैंसों को सर्दी से बचाने के लिए पशुओं के कमरों को टाट डालकर बंद दिया है। इसके अलावा उनके नीचे बिछौने में गन्ने की पत्ती डाल रखी है।
सीवीओ -डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि सभी गोवंशों को सर्दी से बचाव के लिए गुड़ देना शुरू कर दिया है। कुछ धनाढ्य और दानी गोशाला में गुड़ भेज रहे हैं। जो गोवंशों को खिलाया जा रहा है। खल की मात्रा बढा दी गई है।
गोशालाओं में रात को गोशाला के कोने में एक खोर केवल अलाव के लिए संरक्षित कर दी गई है। जिसमें रात को अलाव जला दिया जा रहा है। इससे करीब 200 गोवंश वाली गोशाला का तापमान बढ़ जाता है।