हापुड़ में दो दिन बाद बुधवार को एक्यूआई में थोड़ा कमी आई पर जनपदवासियों को प्रदूषण से राहत नहीं मिल सकी। अधिकतम एक्यूआई 401 अंक दर्ज हुआ, जो शाम पांच बजे तक आते-आते 345 तक पहुंच गया। इसके बावजूद, जनपदवासियों को प्रदूषण से राहत नहीं मिली और सांस संबंधी समस्याओं की शिकायतें जारी रहीं। वही, रोके के बावजदू सरकारी नाले का निर्माण हो रहा था।
वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदूषण खराब श्रेणी में भी बने रहने के पीछे पाबंदियों के बावजूद निर्माण कार्य बंद न होना है। सड़कों पर कूड़ा जलना इत्यादि हैं। सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हो रहे हैं। सांस के मरीजों में दम घुटने की शिकायत के कई मामले सीएचसी और निजी अस्पतालों में पहुंचे।
मंगलवार को अधिकतम एक्यूआई 465 अंक दर्ज हुआ था। जिस पर डीएम प्रेरणा शर्मा ने कलक्ट्रेट में बैठक कर कई पाबंदी लगाई थी। अग्रिम आदेशों तक 12वीं तक के स्कूलों को बुधवार को भी बंद रखा गया। प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद कई स्थानों पर खुले में निर्माण कार्य जारी हैं। सड़कों पर कूड़ा जलाने की घटनाएं वायु प्रदूषण बढ़ा रही हैं। स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में कठिनाई हो रही है।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की कहीं पर कूड़ा जल रहा है तो मामले का संज्ञान लिया जाएगा। निर्माण कार्यों पर अभी पूरी तरह से पाबंदी है। जिलाधिकारी के अगले आदेश के बाद ही पाबंदी हटेंगी।