हापुड़ में वायरल बुखार के मरीजों में इन दिनों चिकनगुनिया जैसे लक्षण आ रहे हैं। आमतौर पर पांच से छह दिनों में ठीक होने वाले मरीज 10 से 12 दिन तक जूझ रहे है। डेंगू के मरीजों को बुखार के साथ ही पेट संक्रमण समेत कई अन्य परेशानियों हो रही हैं। निजी और सरकारी अस्पतालों में वायरल से पीड़ित मरीजों की ओपीडी में भीड़ उमड़ रही है।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. प्रदीप मित्तल बताया कि अस्पतालों में वायरल के मरीज बढ़ गए हैं। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया और वायरल का सबसे ज्यादा प्रकोप होता है। बीते एक सप्ताह में वायरल के मरीजों की संख्या डेढ़ गुना तक बढ़ी है। जिला अस्पताल में रोजाना वायरल के 200 से 250 मरीज पहुंच रहे हैं। इनको बुखार के साथ ही हाथ-पैर, कमर, गर्दन, पीठ और मांसपेशियों में दर्द भी था। ऐसा चिकनगुनिया में होता है।
सीएचसी के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि रोजाना बुखार 300 से 350 मरीज आ रहे हैं, जो मरीज समय पर उपचार लेना शुरू कर देते हैं उन्हें 4-5 दिन में कुछ आराम मिल रहा है। खांसी और खराश कई दिनों तक परेशान कर रही है। अगर बुखार आ रहा है और दर्द है, लेकिन जुकाम-खांसी नहीं है तो डेंगू का खतरा हो सकता है। ऐसे मरीजों की जांच कराई जा रही है। वहीं प्रदूषण बढ़ने के कारण सांस रोगियों की भी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। मंगलवार को भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली। मंगलवार को अधिकतम एक्यूआई 250 तक रहा, यह अभी भी खराब श्रेणी में है।