जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा मेला क्षेत्र में लगने वाले पशु मेले में घोड़े और घोड़ियों के दाम लग्जरी कारों से भी महंगे हैं। मेले में बाहरी क्षेत्रों से पहुंच रहे घोड़ों की कीमत आसमान छूने वाली है। नकुली घोड़े राजा और मारवाड़ी नस्ल के तूफान को देखने के लिए भीड़ उमड़ रही हैं। यहां आए एक घोड़े की कीमत पुष्कर मेले में 51 लाख से अधिक पहुंच चुकी हैं। गंगा मेले में इस घोड़े को देखने के लिए खरीदार भी आ रहे हैं।
सुप्रसिद्ध पशु मेले में देश के अलग- अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के बीच पशुओं की खरीद-फरोख्त भी मेले के मुख्य आयोजनों में से एक है। इसमें सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र रहते हैं विभिन्न प्रजातियों के घोड़े, जिन्हें हासिल करने के लिए कई बड़े आसामी मेले पहुंचते हैं। पशु मेला पंजाबी, मारवाड़ी, नकुली, अबलक, काठियावाड़ी घोड़ों से आबाद हो गया है।
मेले में दिल्ली के वजीराबाद के गौरव चौधरी चार घोड़ों के साथ पहुंचे हैं। उनके मुताबिक पंजाब के प्रसिद्ध समुद्री घोड़े की संतान नकुली घोड़े राजा की कीमत अनमोल है। उन्होंने दावा किया कि पुष्कर मेले में हरियाणा के व्यापारी ने उस घोड़े की 51 लाख रुपये कीमत लगाई थी। दूसरा घोड़ा 18 महीने का मारवाड़ी नस्ल का तूफान है। जिसकी कीमत उन्होंने 50 लाख रुपये लगाई थी। गौरव ने बताया कि उन्होंने वहां पर घोड़े नहीं बेचे और अब गढ़ के पशु मेले में आए हैं।