हापुड़ जिले में 250 करोड़ से अधिक की रिवैंप और बिजनेस प्लान में कार्य पिछड़ गए हैं। अघोषित कट लोगों को परेशान कर रहे हैं। रविवार को तार बदली और अन्य कार्यों के चलते 30 से अधिक मोहल्लों की सप्लाई बाधित रही। बुलंदशहर रोड पर 17 नवंबर तक बिजली संकट रहेगा। सर्दियों में भी उपभोक्ताओं को बिजली रुलाएगी। वही ठेकेदार भी बिजनेस प्लान के कार्यों में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
अंग्रेजी हुकुमत के समय की विद्युत लाइनें और अन्य संसाधन बिजली व्यवस्था में बाधा बन रहे हैं। इन्हें दुरुस्त करने के लिए रिवैंप और बिजनेस प्लान लागू किया गया है। रिवैंप का कार्य बाहर की कंपनी को मिला है, जबकि बिजनेस प्लान में कार्य अधीक्षण अभियंता कार्यालय से ही निकाले जा रहे हैं।
पिछले साल करीब 20 करोड़ के बिजनेस प्लान में महज 70 फीसदी कार्य हो सका है। जिन स्थानों पर संसाधनों को बदलने की जरूरत है, अभी वहां कार्य ही शुरू नहीं हो सका है। सोमवार को बिजनेस प्लान में तीन स्थानों पर कार्य किया गया। साथ ही बुलंदशहर रोड को सप्लाई देने वाला फीडर भी बंद रखा गया। इस कारण 30 से अधिक मोहल्लों में दिनभर सप्लाई बाधित रही। बिजनेस प्लान के कार्यों को लेकर ठेकेदार असंतुष्ट हैं। सर्किल से निकलने वाले इन टेंडरों में भी ठेकेदार दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। क्योंकि भुगतान व्यवस्था ठीक नहीं है।
अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल- ने बताया की बुलंदशहर रोड पर लाइन शिफ्टिंग और मोदीनगर रोड बिजलीघर से जुड़े इलाकों में तारों की बदली के कारण फीडर बंद रखे गए थे। उपभोक्ताओं को भविष्य में निर्बाध सप्लाई के लिए कार्य कराए जा रहे हैं।