हापुड़ जिले में वायरल बुखार के बाद मरीज अब हाथ पैरों के जोड़ों के दर्द से परेशान हैं। वायरल के साथ मरीजों में डेंगू, चिकनगुनिया जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। मरीजों को बुखार से ठीक होने में 12 से 15 दिन का समय लग रहा है। जिला अस्पताल और सीएचसी की ओपीडी में रोजाना वायरल के 220 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। वहीं, जिले में डेंगू के भी 56 मरीज मिल चुके हैं।
फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि इस बार डेंगू-मलेरिया से ज्यादा वायरल परेशान कर रहा है। मरीजों में बुखार के साथ-साथ हाथ पैर, कमर, गर्दन, पीठ और मांसपेशियों में दर्द हो रहा है। बुखार के बाद मांसपेशियों में भयंकर दर्द से मरीज परेशान हैं। यह आमतौर पर चिकनगुनिया में देखा जाता है। मरीजों ने बताया कि ठीक होने के बाद भी दर्द और कमजोरी पीछा नहीं छोड़ रही है। खून की जांच कराने पर अधिकतर मरीजों में वायरल निकल रहा है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि बच्चों में तेज बुखार, सर्दी जुकाम, सीने में जकड़न की समस्या बढ़ रही है। बाल रोग विभाग की ओपीडी में 110 बच्चे पहुंचे, जिनमें अधिकांश को बुखार था। चिकित्सक मरीजों को हल्का भोजन करने, तरल पदार्थों का अधिक सेवन करने की सलाह दे रहे हैं।
जिले में शुक्रवार को डेंगू के मिले तीन नए मरीज :
स्वास्थ्य विभाग की लैब में इनकी पुष्टि हुई है। मरीजों की संख्या बढ़कर 59 पहुंच गई है। डीएमओ डॉ. सत्येंद्र कुमार कुमार ने बताया कि बुखार के मरीजों की निगरानी के दौरान इन मरीजों के सैंपल जुटाए गए थे। एलाइजा टेस्ट में तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। इसमें पिलखुवा शहरी क्षेत्र का एक, शक्तिनगर में एक, नूरपुर में एक मरीज मिला। उन्होंने बताया कि मरीजों के घरों के आस पास बड़ी मात्रा में लार्वा मिला। 22 स्थानों पर लार्वा नष्ट कराया, बुखार के करीब 12 मरीजों के सैंपल भी डेंगू जांच के लिए जुटाए गए हैं।