जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के खादर क्षेत्र में 11 माह तक सुनसान रहने वाले गंगा किनारे अब गुलजार होने लगे हैं। मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। भैंसा-बुग्गी और ट्रैक्टर-ट्रालियों से पहुंचे लोग अपना डेरा डाल रहे हैं। मंगलवार शाम तक कार्तिक पूर्णिमा मेले में करीब दो हजार श्रद्धालु ही पहुंचे थे। बुधवार को सुबह से ही मेले की सूरत बदलने लगी। डेरा लगाने के बाद श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे। इस दौरान गंगा मैया के जयकारों से घाट गूंजने लगे।
श्रद्धालुओं की भीड़ से कार्तिक मेले की रौनक बढ़ने लगी है। गंगा मेले में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। पतित पावनी गंगा मैया के घाट जयकारों से गूंजने लगे है। दोपहर बाद तक गंगा में स्नान करने का सिलसिला जारी था। स्नान करने के बाद महिलाओं ने चूल्हा जलाया और खाना बनाने लगी। शाम ढलने तक हजारों लोग मेले में पहुंच चुके थे। वहीं, मेले में दोपहर तक दो होटल चल रहे थे। पांच दुकानें पान-बीड़ी की खुल चुकी थीं। शाम तक मीना बाजार से लेकर अन्य दुकानें सज गई थीं।
शिक्षा विभाग के सहयोग से इस बार गंगा घाट पर सुंदर रंगोली बनाई जाएगी। बताया गया कि रंगोली पहले कभी नहीं बनाई गई थी। यह विचार शिक्षा विभाग को इस बार ही आया है। बाहरी क्षेत्रों से पुलिसकर्मियों की आमद मेले में होने लगी है। कामकाज को निपटाने और व्यवस्थाओं को बनाने में पुलिस महकमा मशगूल दिखाई दिया। प्रतिसार निरीक्षक तैयारियां करा रहे थे, वहीं यातायात पुलिस भी आवाजाही और जाम से निपटने को खाका बनाने में लगी दिखाई दी।