जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में पश्चिमी उप्र के ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेले का स्थल श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए सजकर तैयार हो चुका है। श्रद्धा, भक्ति, आस्था के संगम वाले इस मेले में भक्तों का आगमन भी होने लगा है। अधिकारी तैयारियों को पूरा करने में जुटे हुए है।
रविवार की शाम तक मेला स्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भले ही न के बराबर हो, लेकिन आने वाले दो दिन में यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होने लगेगी। रविवार को पंचोत्सव के सभी पर्व भी खत्म हो गए हैं, ऐसे में मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का भी आगमन तेज हो जाएगा। मेला स्थल पर तंबू नगरी बस चुकी है, आज से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू होगा।
कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेला पहुंचने के चार प्रमुख रास्ते हैं। पहला गढ़ नक्का कुंआ मार्ग होकर जाने वाला मुख्य मार्ग हैं। दूसरा तहसील मार्ग से मीरा रेती होते हुए चक लठीरा होकर पशु मेले पर पहुंच सकते हैं। तीसरा मेरठ मार्ग से शाहपुर होते हुए लठीरा गांव से मेले के मेरठ सेक्टर में सीधा पहुंचा जा सकता है। ट्रैक्टर ट्रॉली साधन है, तो नेशनल हाईवे से गांव अल्लाबख्शपुर होते हुए मीरा रेती, शेरा कृष्णा वाली मड़ैया से होते हुए मेले में जा सकते हैं, एसडीएम साक्षी शर्मा ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया, सभी काम समय से पूरा करने का निर्देश दिए।