हापुड़ जिले में उर्वरकों की समस्या का निस्तारण समय से होगा। इसके लिए चारों ब्लॉकों में कंट्रोल रूम बना दिया गया है। जिस पर किसान शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही फसलों में जरूरत के अनुसार ही उर्वरक डालने की अपील की जा रही है, इसके लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
इन दिनों आलू बुवाई का काम चल रहा है। इसमें डीएपी की सबसे अधिक जरूरत होती है। डीएपी की डिमांड अधिक होने के कारण उर्वरकों की किल्लत कई बार किसानों को परेशान करती है। हालांकि गोदामों में पर्याप्त उर्वरक हैं, लेकिन समितियों पर अधिक मांग के चलते समय से पहले ही उर्वरक खत्म हो जाते हैं। ऐसे में किंसानों को परेशानी न हो, इसके लिए कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। किसान फोन कर, शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। इसका तत्काल जिला स्तरीय अधिकारी संज्ञान लेंगे। वहीं, उर्वरकों के प्रयोग की सीमा भी तय की गई है। इसके लिए गांवों में जन चौपाल लगाकर उर्वरकों की सही मात्रा प्रयोग से जागरूक किया जा रहा है।
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार- ने बताया की किसान खेतों में उर्वरकों की सही मात्रा का प्रयोग करें। इससे अनावश्यक खर्च से राहत मिलेगी। वहीं, सहकारी समिति और नकद केंद्रों पर उर्वरकों की समस्या होने पर कंट्रोल नंबरों पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।