हापुड़ में मेरठ रोड स्थित गोल्डन ट्रेडिंग कंपनी पर मंगलवार को गाजियाबाद की एसआईबी (विशेष अनुसंधान शाखा) की टीम फिर से जांच करने के लिए पहुंची। टीम में शामिल अधिकारियों ने भोजपुर स्थित गोदाम पर भी जांच की। इससे पहले व्यापारी ने एक करोड़ रुपये की जीएसटी जुर्माने के तौर पर जमा कर दी है। जबकि, विभागीय अधिकारियों को पांच करोड़ की चोरी का अनुमान है। इसलिए ही व्यापारी जांच की कार्यवाही को आगे बढ़ा रहे हैं।
सोमवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे एसआईबी की 25 सदस्यीय टीम ने कंपनी के मेरठ रोड स्थित कार्यालय और भोजपुर में स्थित गोदाम पर एक साथ छापा मारा। डिप्टी कमिश्नर बीके दीपांकर व वंदना सिंह ने बताया कि जिस समय कार्यवाही शुरू हुई थी, उस समय कंपनी के स्वामी अतुल चौकड़ायत मौके पर नहीं थे। उन्हें फोन करके बुलाया गया, लेकिन बार-बार बुलाने पर भी वह पूरी रात मौके पर नहीं आए। इस कारण टीम दस्तावेज की सही से जांच नहीं कर पाई।
अधिकारियों ने मंगलवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे मेरठ रोड स्थित कार्यालय और गाजियाबाद के भोजपुर में स्थित पटाखा गोदाम पर सील लगा दी। इस गोदाम में करीब 40 लाख रुपये के पटाखे भी सील किए गए। गोल्डन फायर वर्क्स के नाम से यह गोदाम है, जिसके स्वामी वीरेंद्र सिंहल हैं। इस गोदाम का कार्यालय भी मेरठ रोड पर ही है।
मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे टीम दोबारा कंपनी के कार्यालय और गाजियाबाद के भोजपुर स्थित पटाखा गोदाम पर जांच के लिए पहुंची। बीके दीपांकर ने बताया कि अतुल चौकड़ायत ने एक करोड़ रुपये जुर्माने के तौर पर जमा कराए हैं। करीब 5 करोड़ की GST चोरी का मामला सामने आ रहा है। प्राथमिक जांच में पता चला कि कंपनी द्वारा जो रिटर्न दाखिल की जा रही थी, उसमें और ई-वे बिल में बड़ा अंतर मिला है। स्टाक में भी हेराफेरी की गई है। अन्य प्रकार से भी टैक्स चोरी की गई है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।