हापुड़ में दिवाली के नजदीक आने के साथ ही जनपद में वायु प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है। इस सीजन का सबसे अधिक 295 एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) रविवार को दर्ज हुआ है, जो अति खराब श्रेणी से अब मात्र पांच अंक दूर है। लोगों में सांस और अन्य बीमारियां भी बढ़ सकती हैं। एक्यूआई आतिशबाजी और वाहनों के अधिक संचालन से ज्यादा बढ़ा है।
जनपद की हवा दशहरे के बाद से खराब श्रेणी में बनी हुई है। इसका असर भी लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन के मामले अस्पतालों में बढ़े हैं। हृदय के रोगियों के लिए परेशानी सबसे अधिक बढ़ी है। सड़कों पर जलता कूड़ा और पराली जलाने के मामलों में कोई लगाम नहीं लग पा रही है।
हालांकि, प्रशासन के अधिकारी सेटेलाइट से निगरानी की बात कर रहे हैं। ग्रेप दो के लागू होने के बाद भी जिले में नियमों का पालन होता नजर नहीं आ रहा है। यही कारण है कि प्रदूषण अब बढ़ने लगा है। रविवार की तड़के सुबह पांच बजे सबसे अधिक एक्यूआई 295 अंक दर्ज हुआ है। ऐसे में सांस, हृदय के रोगियों को सुबह के समय टहलने से बचने की सलाह भी अब चिकित्सक देने लगे हैं।
एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण पर लगातार नजर रखी जा रही है। पराली व आग जलाने के मामलों में कार्यवाही करते हुए जुर्माना भी लगाया है। पटाखों की बिक्री के मामले में एसडीएम और थाना प्रभारी छापा मारकर कार्यवाही कर रहे हैं।