हापुड़ में तीन दिन बाद वायु प्रदूषण कम हुआ है। इससे सांस के मरीजों को कुछ राहत मिली है। रविवार को अधिकतम एक्यूआई 199 दर्ज हुआ है। जबकि, शनिवार को एक्यूआई 239 पर पहुंच गया था। इधर, जिले में बढ़ रहे पराली जलाने के मामलों से जिला प्रशासन चिंता में है। अब तक पांच मामले पकड़े गए हैं। इन पर 25-25 हजार के जुर्माने लगाए गए हैं।
दशहरे के बाद से जिले में वायु प्रदूषण बढ़ा है। आतिशबाजी, वाहनों का अधिक संचालन और तापमान में लगातार बदलाव इसका मुख्य कारण है। जो हवा को प्रदूषित कर रहे है। ऐसे में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में बरकरार है। प्रदूषण बढ़ने से लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा। सांस के मरीजों की भी परेशानी बढ़ी है। रविवार को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है।
हालांकि, जिले में तीन दिन बाद वायु प्रदूषण कम हुआ है। रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 199 दर्ज किया। वहीं, जनपद में ग्रैप के प्रथम चरण को पहले ही लागू किया जा चुका है। जिसके बाद भी पराली और कूड़ा जलाने के मामले बढ़े हैं। एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि पराली जलाने पर पांच मामलों में कार्यवाही कर चुके हैं। लोगों से अपील की गई है कि ग्रैप के नियमों का पालन करें और लोग प्रदूषण न फैलाएं।