हापुड़ में गढ़ तहसील क्षेत्र के बहादुरगढ़ में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे को स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है। औद्योगिक गलियारे के लिए चार गांवों के करीब चार सौ किसानों से जमीन ली जा रही है। वहीं 158 किसानों को 65 करोड़ का भुगतान कर दिया है। जिसके बाद अब तक 28 प्रतिशत बैनामों का काम पूरा हो चुका है। जबकि, शतप्रतिशत काम मार्च 2025 तक जाकर पूरा होगा।
मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी के साथ हो रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे को स्थापित करने के लिए प्रशासन ने 400 किसानों की 118 हेक्टेयर भूमि में से 34 हेक्टेयर जमीनों के बैनामे कर लिए हैं। इसमें से अब तक करीब 158 किसानों ने अपनी जमीन के बैनामे करा दिए हैं। शेष किसानों से बैनामों के लिए संपर्क के साथ ही समय और तारीख तय की जा रही है। जिससे कि बैनामे के दिन कोई परेशानी न हो। इसके अलावा प्रशासन चार हेक्टेयर सरकारी भूमि का पुर्नग्रहण पहले ही कर चुका है।
बता दें कि औद्योगिक गलियारे के लिए कुल 118 हेक्टेयर भूमि के बैनामों के लिए 232 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। इसमें से प्रशासन को अब तक 100 करोड़ रुपये ही मिले हैं। तहसील के अधिकारियों का प्रयास है कि जितनी धनराशि अब तक प्राप्त हो चुकी है। हर हाल में नवंबर के आखिर तक इतनी लागत के बैनामे करा लिए जाएं। इस धनराशि से करीब 40 प्रतिशत भूमि खरीद का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही शासन से शेष धनराशि की मांग की गई है। तकि हर हाल में मार्च 2025 तक बैनामे का काम पूरा हो जाए। इससे पहले सड़क, सीवरेज, पानी और विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था भी की जाएगी।
एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की औद्योगिक गलियारे के लिए 65 करोड़ से 34 हेक्टेयर भूमि के बैनामे अब तक करा लिए गए हैं। पूरी कोशिश है कि तय समय सीमा में बैनामों का कार्य पूरा कराया जाए।