हापुड़ के सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मंगलवार को 645 बुखार के मरीज आए, स्वास्थ्य विभाग की जांच में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। जिसके बाद कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 18 पहुंच गई। टाइफाइड और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या सबसे अधिक रही। वहीं, डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए जनपद में अभियान चल रहा है। ईएनटी और नेत्र रोग विशेषज्ञों की ओपीडी में भी मरीजों की संख्या अधिक रही।
डीएमओ डॉ. सत्येंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के सैंपल डेंगू जांच के लिए लैब भेजे थे। इनमें दो की रिपोर्ट आ गई है, हापुड़ के रहने वाले इन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में अब डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 18 पहुंच गई है। मरीजों के घरों के आस-पास बड़ी मात्रा में लार्वा मिला है, जिसे नष्ट करा दिया गया है। इसके साथ ही संवेदनशील स्थानों पर भी अभियान चलाया गया।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि इन दिनों मरीजों में वायरल का असर अधिक है। दूषित खान पान और पेयजल से टाइफाइड के मरीज भी बढ़े हैं। 90 फीसदी से अधिक मरीज वायरल के ही पहुंच रहे हैं। प्लेटलेट्स गिरना, पेट संक्रमण, लिवर में सूजन इन मरीजों को अधिक परेशान कर रही है। ईएनटी डॉ. मोहिनी सिंह ने बताया कि बदलते मौसम में ईएनटी से जुड़ी बीमारियां काफी बढ़ गई हैं। टॉसिल वाले मरीज अधिक आ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि बच्चों में वायरल बुखार के साथ डायरिया का असर अधिक है। कुछ बच्चों में निमोनिया का प्रभाव भी है। त्वचा रोग बच्चों को अधिक जकड़ रहा है।