हापुड़ में झोलाछाप पर स्वास्थ्य विभाग की लगातार कार्यवाही के विरोध में बृहस्पतिवार को पीसीएमए (प्राइवेट चिकित्सक मेडिकल एसोसिएशन) के आह्वान पर झोलाछापों डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। इस दौरान कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत दो को हिरासत में लिया है। इस दौरान डॉक्टरों की पुलिस से भी नोकझोंक हुई। माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
बुलंदशहर रोड स्थित एक होटल में पीसीएमए के कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष एसके शर्मा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके शर्मा के नेतृत्व में बैठक आयोजित हुई। इसके बाद तहसील चौपले पर पहुंचे झोलाछापों ने बिना ज्ञापन व सूचना दिए अर्द्धनग्न होकर जाम लगा दिया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके शर्मा ने बताया कि पिछले कई दशकों से वह लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं। गांवों और शहरों में खुले ऐसे संस्थानों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। अब शासन से भी कार्यवाही करने संबंधी कुछ बयान जारी किए गए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग या तो उन्हें रोजगार दे या फिर उनके द्वारा चलाए जा रहे ऐसी संस्थाओं को चलाने की अनुमति प्रदान करें। उत्पीड़न किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर सरकार मांग नहीं मानती है तो जोरदार आंदोलन करेंगे।
जाम लगने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने और जोरदार नारेबाजी कर दी। इसको लेकर पुलिस और झोलाछापों के बीच नोकझोंक होने लगी। पुलिस ने भीड़ को खदेड़कर सड़क से हटा दिया और दो लोगों को कोतवाली ले गए।
अन्य लोग भी कोतवाली पहुंचे लेकिन दो लोगों को ही पुलिस ने हिरासत में लिया। स्वास्थ्य विभाग से भी अधिकारी समस्या सुनने पहुंचे। लेकिन संगठन द्वारा कोई भी ज्ञापन या मांग पत्र तैयार ही नहीं किया गया था जिसके बाद टीम वापस लौट गई। इस अवसर पर आरके शर्मा, वाहिद, जावेद, सलीम, शौकत, नरेश सागर आदि मौजूद रहे। सीओ जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।