हापुड़ में नलकूप के फीडर से कॉलोनी को बिजली देने और निविदाओं में अनियमितता पर गाज गिरी है। जिले में चल रही आरडीएसएस (रिवैंप) योजना में बरती गई अनियमितता के मामले में ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता समेत छह अधिकारियों को निलंबित किया गया है। एमडी कार्यालय से हुई कारवाही में बाबूगढ़ और हापुड़ के विजय विहार कॉलोनी में आरडीएसएस (रिर्वैप) की सामग्री में बंदरबांट पर तीन अवर अभियंता, एसडीओ निलंबित हुए हैं। निविदाओं में अनियमितता पर रोक लगाने में असमर्थ अधीक्षण अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, वरिष्ठ लिपिक का स्थानांतरण किया गया है।
दरअसल, विजय विहार कॉलोनी का विद्युतीकरण नलकूप की लाइन से किए जाने और बाबूगढ़ में आरडीएसएस के खंभों से कॉलोनी को ऊर्जीकृत करने का मामला सामने आया था। निविदाओं में अनियमितताओं का भी खुलासा किया गया था। आरडीएसएस की सामग्री के गलत इस्तेमाल पर जांच में भी आरोप तय हुए हैं।
बाबूगढ़ स्थित अवैध कॉलोनी में आरडीएसएस के खंभे लगाने के मामले में अवर अभियंता लेखराज सिंह से जवाब तलब हुआ। कॉलोनी में खंभे लगाए जाने के साक्ष्य मिले, जिस पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। विजय विहार में नलकूप के लिए निर्मित लाइन से कॉलोनी को सप्लाई दे दी गई, जर्जर लाइनों को आरडीएसएस योजना के अंतर्गत बदल दिया गया। इसमें तत्कालीन अवर अभियंता आनंद मौर्य, एसडीओ देवेंद्र कुमार की भूमिका संदिग्ध मिली, जांच में आरोप तय होने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा पिलखुवा के अवर अभियंता को भी निविदा की जांच में लापरवपाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। इन सभी मामलों में शिथिलता बरतने पर अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार पर भी सवालिया निशान लगे।
एमडी द्वारा जारी आदेश में इन अनियमितताओं के साथ ही जेई ईश्वर प्रसाद को एक ही उपकेंद्र पर बार बार स्थानांतरित कर नियुक्त करना, जेई आनंद मौर्य का एक ही खंड में सात वर्ष से अधिक समय व्यतीत होने के बावजूद नियुक्त करना, वरिष्ठ कार्यकारी सहायक यतेंद्र कुमार शर्मा, अवर अभियंताओं के स्थानांतरण में नियम एवं प्रक्रियाओं का पालन न करने, लेखाकार राजीव कुमार द्वारा बिजनेस प्लान हेतु आमंत्रित निविदाओं का समय से निस्तारण कराने के लिए प्रयास न करना, संविदाकर्मी के मीटर बदलने के दौरान सुविधा शुल्क लेते वीडियो प्रसारित होने संबंधी कई मामलों में अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार की शिथिलता पाई गई, जिस पर उन्हें भी निलंबित कर दिया गया।
इसके साथ निविदाओं में अनियमितता पर शिविर सहायक द्वितीय संजीव आनंद को भी निलंबित कर दिया गया, उनके पटल पर रहने के दौरान ही टेंडर संबंधी प्रक्रिया में सबसे अधिक बंदरबांट होना बताया जाता है। वहीं, वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी यतेंद्र कुमार को सहारनपुर स्थानांतरित किया गया है।
मुख्य अभियंता राजीव अग्रवाल- ने बताया ने की विभिन्न मामलों में अधीक्षण अभियंता, एसडीओ, अवर अभियंता, सीए का निलंबन एमडी कार्यालय से हुआ है। अलग अलग जांच के बाद आए निष्कर्षों पर कार्यवाही की गई है। विद्युत निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारी पारदर्शिता से कार्य करें। शिकायत पर जांच कराकर कार्यवाही होगी।