जनपद हापुड़ के पिलखुवा में आवारा कुत्ते खूंखार हो गए हैं और इनके आतंक से लोग परेशान हैं। रोजाना राहगीरों और लोगों को कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं। लोग अपने घरों कैद रहने को मजबूर हो गए हैं। शहर में रोजाना बुजुर्ग, बच्चे, महिला-पुरुष कुत्तों का शिकार होते हैं। शहर के लोगों ने नगर पालिका के अधिकारियों से कुत्तों को पकड़ने की मांग की है।
रेलवे रोड स्थित पीपीसी और पबला रोड स्थित सीएचसी के अधिकारियों की मानें तो रेलवे रोड स्थित पीएचसी के अभिलेखों के अनुसार सोमवार से शनिवार तक 339 लोग एंटी रेबीज की वैक्सीन लगवा चुके हैं हालांकि इनमें बंदर, कुत्ते, छिपकली समेत अन्य के शिकार लोग शामिल हैं।
रेलवे रोड स्थित पीपीसी के प्रभारी चिकित्सक आयुष सिंघल ने बताया कि रोजाना दोनों अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए 55 से 60 लोग अस्पताल पहुंचते हैं। शहर में आवारा कुत्तों के साथ बंदरों का भी आतंक बढ़ गया है।
लोगों का कहना है कि शहर में तीन हजार से अधिक आवारा कुत्ते रोजाना किसी न किसी को अपना शिकार बना लेते हैं। कुत्तों के डर से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। बच्चे मकान के बाहर सड़क पर नहीं खेल पा रहे हैं। यहां तक कि लोगों ने आने वाले रिश्तेदारों से फल और मिठाई लेकर नहीं आने को बोला है। कुत्तों का झुंड सड़क पर घूमता रहता है, व्यक्ति के हाथ में कुछ भी खाने का सामान दिखाई देने पर हमला कर देता है। लोगों ने पालिका अधिकारियों से आवारा कुत्तों एवं बंदरों के आतंक के निजात दिलाने की मांग की है।
पहले बहुत से लोग सुबह की सैर करने निकलते थे लेकिन जबसे कई लोगों को कुत्तों ने काटा तो सुबह बाहर निकलना ही छोड़ दिया, लोगों में डर का माहौल है कि कब यह कुत्ते हमलावर हो जाएंगे। यह आवारा कुत्ते बाइक, साइकिल और कारों का भी हमला करने की मुद्रा में पीछा करते हैं।