हापुड़ जिले में वायरल का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इन दिनों हर घर में मरीज हैं। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में दोपहर तक भी कतार नहीं टूट रही हैं। शुक्रवार को 4800 से ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंचे, जिनमें 25 फीसदी को बुखार था। प्लेटलेट्स गिरने से मरीजों की हालत ज्यादा बिगड़ रही है।
जनपद में बुखार का कहर जारी है। अस्पताल में सुबह से मरीजों की लाइन लग जाती है। भीड़ अधिक होने के चलते मरीजों को दवा पाने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। पहले वह पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लगते हैं, फिर डॉक्टर को दिखाने के लिए इंतजार करते हैं। जिला अस्पताल और सीएचसी में पर्चे के लिए अतिरिक्त काउंटर बना दिए गए हैं। ऑनलाइन पर्चे अब नहीं बन रहे, फिर भी मरीजों को एक से डेढ़ घंटे तक लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। इसके बाद जनरल ओपीडी में सबसे अधिक भीड़ है, चिकित्सकों की कमी के कारण परामर्श में हर मरीज को दो मिनट का समय भी नहीं मिल पा रहा है।
फिजिशियन डॉ.अशरफ अली ने बताया कि वायरल और टाइफाइड अधिक मरीजों में मिल रहा है। बुखार से लोगों का बुरा हाल है। तेज बुखार शरीर को थका रहा है, मांसपेशियों और पुरानी चोटों का दर्द भी उबर रहा है। तेज बुखार के कारण कई मरीजों में चक्कर आने की भी समस्या बढ़ी है। रक्तचाप का उतार चढ़ाव भी बढ़ गया है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि बच्चे कुछ भी खाते ही उल्टियां कर रहे हैं, इस तरह की समस्या लेकर हर रोज 40 से अधिक मरीज आ रहे हैं। बच्चों में वायरल, डायरिया की समस्या अधिक है। उन्हें भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिले के सरकारी अस्पतालों में बुखार के मरीजों को बेहतर उपचार सेवा देने की सुविधा है। डेंगू, मलेरिया के संदिग्ध मरीजों की जांच निशुल्क कराई जा रही है।