हापुड़ रोडवेज बसों की खस्ताहालत से यात्री परेशान हैं। इन दिनों हो रही बारिश में तो और मुसीबत बढ़ गई है। बसों की छत से पानी टपक रहा है, खिड़कियां टूटी हुई हैं। ऐसे में यात्रियों को भीगकर सफर करना पड़ रहा है। वहीं वाइपर न होने के कारण चालक को भी बस चलाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे ही कई बसों का हाल बेहाल है।
हापुड़ रोडवेज डिपो से लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, सीतापुर, दिल्ली, नोएडा, किठौर, मोदीनगर सहित विभिन्न मार्गों पर 129 बसों का संचालन होता है। लखऊन, बरेली सहित लंबी दूरी के मार्गों पर अधिकांश बसों का संचालन कौंशाबी डिपो से होता है। रोडवेज बस अड्डे से किठौर, मोदीनगर के लिए बसें संचालित होती हैं। लंबे मार्गों पर चलने वाली बसों की स्थिति तो ठीक है। लेकिन किठौर और मोदीनगर मार्ग पर चलने वाली बसों की हालत खस्ताहाल है।
इन दिनों बरसात के चलते लोकल मार्गों पर चलने वाली किसी बस से वाइपर गायब है तो किसी बस की खिड़की टूटी होने के कारण बारिश की बौछार अंदर पहुंच रही है। बस की छत से भी बारिश का पानी टपक रहा है। यात्री बारिश में भीगते हुए रोडवेज बसों में सफर कर रहे हैं। ऐसे में यात्री खटारा रोडवेज बसों में सफर करने को मजबूर है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत सिंह का कहना है कि बसों को फिट रखने के बाद ही उनके संचालन के निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी बस में दिक्कत है तो उसको दुरुस्त कराकर यात्रियों की परेशानी दूर की जाएगी।