हापुड़। भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं बिना काम कराए ही पैसे का भुगतान कर लिया जा रहा है। यह सब खेल ऊपर से लेकर नीचे तक चल रहा है। ऐसे ही गढ़ ब्लॉक के गांव इनायतपुर में बिना काम करे 5.26 लाख के मनरेगा के कार्यों का भुगतान कर दिया गया। मामले में शिकायत के बाद लोकपाल मनरेगा ने जांच की तो पोल खुल गई। मनरेगा के कार्यों में शासकीय धनराशि का दुरुपयोग हुआ है। इसके बाद लोकपाल ने उच्च अधिकारियों को स्थिति से स्पष्ट कराया है। साथ ही खंड विकास अधिकारी गढ़ को तकनीकी जांच कराने के निर्देश दिए।
एक शिकायतकर्ता ने ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव आदि पर फर्जी तरीके से विकास कार्यों के नाम पर धनराशि का दुरुपयोग करने को लेकर शिकायत की थी। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2021-22 से वर्तमान तक के अभिलेख एक सप्ताह के अंदर मांगे गए, यह दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए।
इसके बाद लोकपाल ने गांव में जाकर उक्त कार्यों की जांच की। इसमें ग्राम पंचायत इनायतपुर में प्रेम के खेत से यशपाल के खेत तक नाला खुदाई का कार्य और शीशपाल के खेत से शीशराम के खेत तक चकरोड पर मिट्टी डालने के कार्य की जांच की। नाला खुदाई के कार्य में ग्रामीणों ने जानकारी दी कि चंदा एकत्र करके यह कार्य कराया गया था। जबकि, दूसरे मामले में मिट्टी डालने एवं सड़क की साइड से मिट्टी उठाने के कोई साक्ष्य नहीं मिले। इसके अलावा तालाब की सफाई के नाम पर भी कुछ नहीं मिला।
31 अगस्त को लोकपाल ने खंड विकास अधिकारी को पत्र लिखकर बताया था कि तीन सितंबर को वह गांव में जाकर मौके पर निरीक्षण करेंगी इसलिए मौके पर तकनीकी अधिकारी, कर्मचारी भी रहना चाहिए, लेकिन मौके पर कोई व्यवस्था नहीं की गई। यहां तक कि संबंधित ग्राम पंचायत सचिव, अवर अभियंता मौके पर उपस्थित नहीं हुए। लोकपाल ने मामले का पूरा खुलासा करने के लिए तकनीकी जांच को आवश्यक बताया है। इसके लिए खंड विकास अधिकारी गढ़ को पत्र भी भेजा है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।
मनरेग लोकपाल अनुराधा वर्मा- ने बताया की ग्राम इनायतपुर की मनरेगा शिकायत को लेकर जांच की गई थी। मनरेगा के कार्यों में शासकीय धनराशि का दुरुपयोग हुआ है। शासन को पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया गया है।