जनपद हापुड़ के जिले में अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सिंभावली में फिल्मी अंदाज में एलपीजी कैप्सूल ट्रक में छिपाकर लाए जा रहे 500 किलोग्राम से अधिक गांजे की खेप पुलिस ने पकड़ी है। दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। बरामद गांजे की कीमत पुलिस ने करीब ढाई करोड़ रुपये आंकी है। आरोपी आंध्र प्रदेश के नक्सली इलाके से गांजा लेकर आ रहे थे। दिल्ली एनसीआर में इसकी सप्लाई करनी थी। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर तस्कर को जेल भेज दिया है।
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि मंगलवार की रात को सिंभावली के गांव बक्सर कट पर मेरठ एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और सिंभावली पुलिस ने जांच कर रही थी। इस दौरान टीम ने वहां खड़े एलपीजी कैप्सूल ट्रक की जांच की। ट्रक में सो रहे चालक को जगाकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पीछे की तरफ लगे गेट के अंदर कैप्सूल में गांजा भरा हुआ है। तलाशी लेने पर 26 कट्टों में गांजा भरा हुआ पाया गया। जिसका वजन पांच क्विंटल एक किलो 140 ग्राम है।
पूछताछ में ट्रक चालक ने अपना नाम वकील निवासी डिडौली जनपद अमरोहा और उसके साथी ने अपना नाम वसीम निवासी कैला भट्ठा गाजियाबाद बताया। दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर जेल भेज दिया गया। आरोपी के कब्जे से पांच कुंतल मादक पदार्थ गांजा और एक केप्सूल ट्रक को जब्त किया गया है।
मेरठ एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के एसआई राजेंद्र सिंह ने बताया कि मंगलवार की रात जानकारी मिली थी कि नागालैंड नंबर के एलपीजी सप्लाई करने वाले कैप्सूल ट्रक में मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही है। जिसके जरिए एनसीआर क्षेत्र में गांजे की आपूर्ति की जाती है।