हापुड़ जिले में वायरल का प्रकोप बढ़ गया है, अस्पतालों में आने वाला हर तीसरा मरीज बुखार से पीड़ित है। निजी अस्पतालों के वार्ड फुल होने लगे हैं, आपात वार्ड भी दस फीसदी तक भर गए हैं। बुखार में तेजी से मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही हैं। बच्चों के लिवर पर बुरा असर है। कई बच्चे पीलिया से भी ग्रस्त हैं।
बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बुखार की चपेट में आ रहे है। बुखार से लोगों का बुरा हाल है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। बुखार के मरीजों को निजी अस्पतालों की जनरल ओपीडी में पर्चा बनवाने के बाद भी मरीजों को दो घंटे तक वेटिंग में लगना पड़ रहा है। इस दौरान बुखार से तपते मरीजों की हालत खराब हो रही है, सरकारी अस्पतालों में भी ऐसा ही हाल है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में भी सोमवार को 4500 से ज्यादा मरीज आए।
सीएचसी के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि बुखार से पीड़ित मरीजों के लिवर और आंतों पर असर पड़ रहा है। बच्चों में भी इस तरह की समस्या आ रही है। ऐसे मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। डेंगू और मलेरिया के लक्षण जरूर मिल रहे हैं, लेकिन इस तरह के मरीज अभी कम हैं।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की बुखार होने पर सरकारी अस्पतालों में आएं, मरीजों के लिए भर्ती करने और दवाओं की व्यवस्था है। झोलाछापों से इलाज खतरनाक हो सकता है। समय से परामर्श लें, विभाग की तैयारियां पूरी हैं।